एक आम इंसान अगर जाने अनजाने में कोई गुनाह कर दे तो उसकी पूरी ज़िंदगी ख़राब कर देती हैं हमारी कानून और न्याय व्वयस्था. लेकिन पैसे वालो के लिए और बॉलीवुड के बिगड़े सनकी कलाकारों के लिए ये आम बात हैं.
सलमान खान का हिट एंड रन केस जिसने ना जाने कितनी ही ज़िंदगिया बर्बाद कर दी लेकिन आज तक अदालत इस बात का पता ही नहीं लगा सकी की गाड़ी कौन चला रहा था. चिंकारा केस में भी कुछ नहीं पता चला. शायद उस चिंकारा ने भी खुद को गोली मार दी थीं.
अब इसी तरह एक और एक्टर था जिसने सलमान से भी बड़ा हिट एंड रन केस किया था लेकिन वो भी बच निकला. इस एक्टर का नाम हैं पुरु राजकुमार यानी राजकुमार का लड़का.
बात 1993 की हैं जब पुरु राजकुमार ने बांद्रा में सड़क पर सो रहे आठ मजदूरों पर गाड़ी चढ़ा दी थी. जिसमे दो मजदूर तुरंत ही मारे गए. चार मजदूरों के हाथ पेअर टूट गए. और एक मजदूर को अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गयी थीं. पुरु राजकुमार नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था और एक्सीडेंट करने के बाद वहा से फरार हो गया.
बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया लेकिन कुछ पैसे देकर वो छूट गया. यहाँ तक की उसकी ये भी जांच नहीं की गयी की उसने शराब पीकर गाड़ी चलाई थीं. पुरु राजकुमार के वकील ने अदालत में ये कहा की वो मासूम हैं. अगर इस केस में उसके ऊपर सजा हुयी तो उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी. वो फिमे नहीं कर पायेगा. जबकि हैरानी की बात तो ये हैं की इस घटना के तीन साल बाद पुरु राजकुमार ने साल 1996 में अपनी फिल्म की थीं.
इतने लोगो की हत्या करने के बाद भी पुरु राजकुमार को उनके पिता राजकुमार ने सपोर्ट किया था. यानी यहाँ भी उन मजदूरों की ही गलती थीं की वो सड़क पर सोये क्यों थे. हैंडीकैप हो चुके मजदूर आज भीख मांगकर अपना गुजरा कर रहे हैं. इस बात से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं की हमारा कानून कितना बेकार हैं जो पैसे के सामने गुनेहगार को भी सजा नहीं देता हैं.
पुरु राजकुमार तो करियर में वैसे ही कुछ उखाड़ नहीं पाया लेकिन आठ लोगो को ज़िदंगी और उनके परिवार को बर्बाद कर दिया. यही चीज़ सलमान खान के केस में भी हुयी थीं.