रामगोपाल वर्मा फिल्म इंडसट्री के वो अड़ियल शक्श हैं जिन्हे लगता हैं की वो जो करते हैं वो सही हैं. जो कहते हैं उसे कोई और काट ही नहीं सकता. नियम और कानून तोड़ना और बार बार तोडना इनकी आदत में शुमार हो चुका हैं. इनकी जो पतंग हैं वो बेरोक टोक उड़ते ही चली जा रही थीं. जिसे फिल्म फेडररशन ने हमेशा हमेशा के लिए काट दिया हैं.
ये वही रामगोपाल वर्मा हैं जो रिया के साथ खड़े थे और सुशांत फैन्स के गुस्से का शिकार भी बने थे. रामु ने सुशांत की मौत के दो दिन में कह दिया की रिया बेक़सूर है. अगर सुशांत फिल्म इंडसट्री से खुश नहीं थे तो ये उनकी गलती थीं.
तो चलिए बताते हैं पूरा मामला क्या हैं.
सब से पहले समझ लीजिये की फिल्म फेडरेशन है क्या ? फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एमप्लॉइज़ यानि FWICE. फेडरेशन के अंडर 32 यूनियंस आती हैं. जिसके भीतर फिल्म सेट बनाने वाले वो मजदूर भाई जो फिल्म सेट बनाने से लेकर पेंटिंग, वायरिंग, टेक्नीशियंस, एलेक्ट्रिशन्स, ट्राली खींचनेवाला, लड़की का काम करनेवाला, सेट पर झाड़ू लगानेवाला, स्पॉटबॉय मतलब हर कोई आता हैं.
तो बड़ी बड़ी बातें करनेवाले रामु अर्थात राम गोपाला वर्मा ने इन सभी से काम तो करवाया लेकिन इनके पैसे डकार मार गए. और ये कोई छोटी डकार नहीं हैं. तकरीबन सवा करोड़ रुपया खाकर बैठे हैं. अब फेडरेशन जो हैं इन सभी के हक़ के लिए खड़ी रहती हैं. कोरोना लॉक डाउन में हर किसी को मदद भी पहुंचाई.
तो फेडरेशन ने रामु को कई बार चेताया की इनके पैसे दे दो. इनकी मेहनत का पैसा हैं. लेकिन रामु तो रामु अड़ियल घोड़े सामान बैठ गए. तो फेडरेशन के प्रेसीडेंट बीएन तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेज़रर गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव इन लोगो ने रामु को लीगल नोटिस भेजा.
रामू ने ना तो बकाया राशि चुकाई और ना ही नोटिस का ठीक से जवाब दिया. फेडरेशन की मानें तो रामू को 17 सितंबर, 2020 को लेटर भेजा गया. जिसमें उन तमाम टेक्नीशियंस की पूरी लिस्ट के साथ उनकी बकाया राशि का भी विवरण था. इस बारे में पहले भी रामू को लेटर भेजा गया था. पर रामू ने लेटर लेने भर से भी इनकार कर दिया.
बस फेडरेशन ने अपना काम कर दिया हैं. या तो रामु पैसे चुकाए या फिर उनकी फिल्मों की शूटिंग वो कर ही नहीं पाएंगे. और फिल्म फेडरेशन के बिना बॉलीवुड जीरो हैं. वो एक कदम तक नहीं उठा सकते हैं. तो इस काम के लिए फेडरेशन को दिल से आभार.