सुशांत सिंह राजपूत मामले में अब ये बात साफ़ हो गयी हैं की मामला शांत हो चुका हैं. मीडिया में अब कोई भी आवाज़ नहीं उठनेवाली इसलिए जिसके मन में जो आ रहा है वो वही चीज़ कर रहा हैं. अब जितनी भी चीज़े सामने आ रही है वो सब कुछ सुशांत के खिलाफ ही जा रही हैं.
दो दिन पहले रिया चक्रबोर्ती ने जो इलज़ाम सुशांत की बहनों पर लगाया था उस मामले में भी जीत रिया चक्रबोर्ती की हो गयी. सुशांत की बहन मीतू पर लगे सारे इलज़ाम रद्द हो गए लेकिन बहन प्रियंका पर जांच चलेगी. वो भी किस बात के लिए गलत दवा देने के लिए.
ठीक उसी केस में बॉम्बे हाई कोर्ट ने रिया पर अलगे सारे इलज़ाम माफ़ कर दिए हैं. जिस पर उनके वकील सतीश माने शिंदे ने ये कहा था की रिया के आंसुओं की जीत हो गयी.
अब सुशांत को लेकर एक फिल्म बनी हैं ‘न्याय : द जस्टिस’ जो जल्दी ही रिलीज़ की जाएगी जिसे लेकर एक सोशल वर्कर हैं और साथ में सुशांत के समर्थक भी तो उन्होंने हाई कोर्ट में इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने के लिए कहा था. अपनी याचिका में उन्होंने कहा था. “सुशांत की जिंदगी पर बनी यह फिल्म तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर उनकी छवि को धूमिल करेगी। अब इस पर सुनवाई करते हुए बुधवार को जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण ने मिश्रा से पूछा, “आपको कैसे पता कि वे क्या दिखाने जा रहे हैं?”
इस लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया हैं लेकिन मुझे नहीं लगता हैं की इस फिल्म पर कोई रोक लग सकेगी. एक बात ये भी हैं की बॉम्बे हाई कोर्ट में जितने भी मामले जा रहे हैं वो सुशांत के खिलाफ ही जा रहे हैं.