धर्म के नाम पर अक्सर दंगा और वाद विवाद होते देखा होगा. लेकिन धर्म के नाम पर किसी को रोजी रोटी चले वो भी आम इंसान या कोई गरीब की नहीं बल्कि करोड़पतियों की. आपने कई बार देखा होगा की ऐमज़ॉन जैसी वेबसाइट कभी डोर मैट के ऊपर किसी देवी देवता की तस्वीर लगा देता हैं. कभी चप्पल पर तो कभी टॉयलेट सीट पर.
इस तरह की चीज़े जब हमारे और आपके सामने आती हैं तब एक बड़ा सा विवाद ज़रूर खड़ा होता हैं लेकिन आमज़ॉन एक छोटी सी माफ़ी मांग लेता हैं और काम समाप्त हो जाता हैं. बहुत से बॉलीवुड की फिल्मों में हिंदू देवी देवता के बारे में गलत शब्द बोले जाते हैं. उन्हें गलत तरीके से दिखाया जाता हैं. तांडव वेब सीरीज जिसका जीता जागता उदाहरण हैं. अभी भी उसके ऊपर केस चल ही रहा हैं.
स्टैंड उप कॉमेडियंस को देखा होगा इनकी कॉमेडी को लोग कॉमेडी क्यों कहते हैं ये आज तक समझ नहीं आया. ये लोग जिस तरह की कॉमेडी करते हैं वैसी चीज़े तो गली मोहल्ले या सड़कों पर खड़े आवारा किस्म के लोग करते हैं. एक दूसरे को गाली देना. गंदे शब्दों का प्रयोग. मुनावर फारुकी अभी जेल होकर आया हैं. माता सीता पर के तरह के कमैंट्स किये थे. लेकिन उसे इतनी हिम्मत नहीं हैं की वो अपने धर्म पर कुछ भी जोक्स बना दें. उसे पता हैं अगर वो ऐसा करेगा तो उसी दिन उसकी मौत की तारीख लिख दी जाएगी.
ये सब कुछ पैसा और नाम बनाने के लिए होता हैं. आज की तारीख में जिसका नाम खराब हैं वो मीडिया में बने रहता हैं. मीडिया में आना मतलब खुद की ब्रांड वैल्यू को बढ़ाना. अब रिहाना और मिया खलीफा को देख लो. इन्हे बहुत से लोग नहीं जानते थे लेकिन अठारह करोड़ रूपये लेकर रिहाना जब ट्वीट करती हैं तो पूरी दुनिया उसे जानने लगती हैं. यहाँ तक की बहुत से लोग रिहाना को पोर्न स्टार समझते हैं क्यों ? क्यूंकि रिहाना और मिया खलीफा दोनों के ट्वीट एक साथ ही आये थे.
अभी कल न्यूज़ आयी की रिहाना ने अपने बदन पर एक भी कपडे नहीं पहने हैं और ऊपर से भगवन गणेश का एक लॉकेट डाला हुआ हैं. अब इसी चीज़ को लेकर बवाल. रिहाना के ट्विटर अकाउंट को डिलीट करने की बात चल रहे हैं. लेकिन होना कुछ नहीं हैं. ट्विटर इस तरह के लोगो को और भी अधिक प्रमोट करता हैं.
कहने के मतलब ये हैं की हिंदू धर्म और देवी देवता पूरी दुनिया में ना जाने कितने ही लोगो की रोजी रोटी चलने का काम कर रहे हैं. इनके ट्वीट से या गाली देने से या फिर अपनी फिल्मों या वेब सीरीज में कुछ भी दिखा देने से हमारा हिंदू धर्म बदनाम नहीं हो जाएगा. हिंदू धर्म आज का नहीं हैं. तुम्हारे कई पुस्ते मर गयी होंगी उसके भी ना जाने कितने साल पहले का हिंदू धर्म हैं.
लोग गालीया भी उसे ही देते हैं जिसमे कुछ बात होती हैं. ठीक वैसे ही जिस पेड़ पर फल लगता हैं सबसे ज़्यादा पत्थर भी उसे ही खाने पड़ते हैं. इनके ट्वीट से कुछ भी फर्क नहीं पड़ेगा. बल्कि एक तरह से ये सभी हिंदू धर्म को फलो कर रहे हैं. तो बुरा मठ मानो. लेकिन गात बर्दास्त भी नहीं करना. गलत दिखे कोई गलत बोले तो एक FIR तो कर ही सकते हैं इन जैसे लोगो पर.