कई दिनों से लगातार ये सवाल उठ रहा था की सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत केस में इतनी शांत क्यों हैं ? कोई जवाब क्यों नहीं दे रही हैं. हर किसी ने सवाल उठाया और अपने अपने तरीके से उठाया. तो फाइनली सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत को लेकर एक ओफ्फिसिअल स्टेमेंट जारी कर दिया हैं. सीबीआई ने एक लेटर लिखा हैं सुब्रमण्यम स्वामी जो जो उन्होंने सवाल पुछा था. उस लेटर को शार्ट में आपको बताता हूँ क्या क्या लिखा गया हैं.
1. सबसे पहली बात जो FIR सुशांत के पिता ने २५ अगस्त को पटना के राजीव नगर पुलिस स्टेशन में लिखवाई थीं जिसमे IPC की कई धाराओं का ज़िक्र किया गया हैं. की सुशांत की unnatural डेथ को लेकर.
2. रिहा चक्रबर्ती और उसके परिवार के खिलाफ जितनी भी धाराएं और केस लिखवाये गए थे वो सीबीआई को किस तरह से ट्रांसफर किये गए. किस तारीख को किये गए.
3. फिर उस घटना का भी ज़िक्र हैं जब रिहा ने कहा था की मेरा केस पटना पुलिस से ट्रांसफर करके मुंबई पुलिस को दिया जाएं लेकिन ऐसा नहीं हो सका. सुप्रीम कोर्ट ने इसे रिजेक्ट कर दिया था.
4. इस बात का भी ज़िक्र किया गया हैं की जब ये केस सीबीआई को ट्रांसफर किया गया तो केस को सबसे पहले पटना पुलिस के हाथ से लिया गया उसके बाद बांद्रा मुंबई पुलिस से लिया गया. दोनों ही पुलिस स्टेशन से सुशांत की मौत से जुडी हर फाइल, पेपर को सीबीआई ने अपने अधिकार में लिया.
5.सीबीआई की जो जांच टीम थीं वो सुशांत से जुड़े हर उस जगह गयी जहां उसे जाना था जिसमे अलीगढ, फरीदाबाद, हैदराबाद, मुंबई, मानेसर, गुड़गांव और फिर पटना.
6. जिस घर में सुशांत की मौत हुयी थीं उस जगह उस घर का दौरा सीबीआई ने कई बार किया ताकि कुछ भी सबूत छूट ना जाएं. सेंट्रल फोरेंसिक साईंस लेबोरेटरी के एक्सपर्ट जिन्हे अपनी फील्ड में महारथ हांसिल हैं उस टीम ने भी सुशांत के घर का दौरा किया. यह तक की उस टीम में सिमुलेशन excercise को भी किया. ताकि केस को और भी अच्छी तरह से समझा जा सकें.
7. फोरेंसिक मेडिसिन एक्सपर्ट टीम ने भी सुशांत के घर का दौरा किया जिस जगह उनकी मौत हुयी थीं. उसी टीम ने रात और दिन के समय कूपर हॉस्पिटल का भी दौरा किया. साथ में ऑटोप्सी सुर्जन के साथ भी बातचीत की की किस तरह से सुशांत का पोस्टमार्टम किया गया हैं. किस प्रोसीजर के साथ किया था पोस्टमार्टम उन सभी बातों पर चर्चा की हैं.
8. इस केस में जितने भी इंडिपेंडेंट गवाह थे. वो लोग जिनके ऊपर शक था जो आरोप परिवार ने लगाए थे. जिन जिन लोगो का नाम लिया था. इन सभी से भी डिटेल में पूछताछ की जा चुकी हैं.
9. इस केस में डिजिटल डिवाइस से जो भी डाटा डिलीट किये गए थे या कहीं पर डंप कर दिया गए थे. यहाँ तक की मोबाइल टावर की लोकेशन, सुशांत के मोबाइल की लक्शन, सुशांत से जुड़े उन तमाम लोगो की मोबाइल लोकेशन की डिटेल जिनके ऊपर शक था या जो लोग शक के दायरे में आ सकते थे. उन सभी की डिटेल्स निकली गयी. इसके लिए एडवांस मोबाइल फॉरेसनिसक इक्विपमेंट और लेटेस्ट सॉफ्टवर्स का इस्तेमाल किया गया हैं.
१० सीबीआई भी भी केस की जांच पड़ताल कर रही हैं एक प्रोफेशन तरीके से वो भी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ. जांच के दौरान उन सभी पहलुओं को देखा जा रहा हैं और किसी भी चीज़ को इग्नोर नहीं किया जा रहा हैं.
तो दोस्तों इस लेटर को पढ़ने के बाद इतना तो समझ ही सकते हैं की सुशांत की मौत की जांच सीबीआई हर तरीके से कर रहे हैं. सीबीआई कोई भी चीज़ छोड़ना नहीं चाहती हैं. और उम्मीद हैं की कुछ महीनों में शायद वो अपना अंतिम फैसला भी सुना दें.