कोरोना काल में जब सोनू सूद लोगो को मदद कर रहे थे तब उनके ऊपर इलज़ाम लगा की वो चुनाव लड़ना चाहते हैं इसलिए लोगो को मदद कर रहे हैं. सोनू अपने पैसे से नहीं बल्कि फंडिंग के पैसे से लोगो को मदद कर रहे थे. जो दवाएं देश के कई हॉस्पिटल में नहीं थीं वो सोनू सूद के पास मिल जातीं थीं.
सोनू की बहन पंजाब विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहती थीं जिसके लिए सोनू केजरीवाल, चन्नी और सुखबीर बदल सभी से मिले लेकिन फाइनली कांग्रेस का हाथ थाम लिया हैं. अब उनकी बहन कांग्रेस की तरफ से पंजाब के मोगा से चुनाव लड़ेगी.
वैसे सोनू सूद 2024. में कांग्रेस की तरह से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे इस तरह की भी बात सामने आ रही हैं. अब केजरीवाल को सपोर्ट करनेवाले लोग बोल रहे हैं की सोनू ने केजरीवाल के साथ धोखा किया. वो कांग्रेस का हाथ थामकर गलत कर रहे हैं. देश से भ्रस्टाचार सिर्फ आम आदमी पार्टी ही मिटा सकती हैं. कांग्रेस कभी नहीं.