आर्यन खान केस को कमज़ोर करने में किसी हाथ रहा तो वो थे नवाब मालिक. जिनके चलते ये केस कमज़ोर हुआ और बाद में समाप्त ही हो गया. बॉलीवुड पर जिस तरह से ड्रग्स वाली जांच चल रही थीं वो सब खत्म हो गयी. क्यूंकि समीर वानखेड़े अब एनसीबी का हिस्सा नहीं हैं.
नवाब मालिक ने बीजेपी नेता मोहित कम्बोज पर बहुत से आरोप लगाए थे. हर रोज़ मीडिया में नहा धोकर चले आते थे. लेकिन ना इनकी बातो में दम था ना कोई सबूत.. मोहित ने केस कर दिया. जब जेल जाने की बारी आयी तो माफ़ी मांगने लगे. कोर्ट ने भी कह दिया की अगली बार सबूत हो तभी किसी पर इलज़ाम लगाना.
लेकिन कोर्ट ने सजा क्यों नहीं दी. सवाल ये हैं. अगर कोई मंत्री है तो कुछ भी कर सकता हैं क्या ? और आम इंसान करे तो कोर्ट सजा देने के लिए तैयार बैठा हैं. यही चीज़ हैं जो हमारे देश में कानून और उसके रखवालो पर कोई भरोसा कर ही नहीं पाता.