दुनिया आपका मज़ाक बनाये तकलीफ इस बात से नहीं होती हैं. तकलीफ तब होती हैं जब आप एक ऐसे इंसान को हीरो बना दो जो उसके काबिल ही नहीं हैं. और वो बाद में आपकी इज्जत भी ना करें. तो ये दर्द सीने में खंज़र जैसा चुभ जाता हैं.
अब आयुष शर्मा यानी सलमान के जीजा की क्या प्रोफाइल हैं. बस यही ना की वो सलमान की बहन का पति हैं. बाकी एक्टिंग आये या ना आया की फर्क पड़ा है जी. आयुष शर्मा अगर शर्माते हुए भी किसी प्रोडूसर के पास अपना बायोडाटा लेकर जाये और उसमे अपने नाम की जगह बस लिखा दे. सलमान का जीजा… काम पूरा. अगली फिल्म में हीरो. नेप्टोसिम ज़िंदाबाद.
बाकी एक्टर्स तो बेचारे बस यही बोलते रह जाते हैं. नेपोटिस्म बॉलीवुड छोडो. तो आयुष बन गए हैं बड़का वाला हीरो. अब ये छोटा मोटा रोल नहीं करेंगे. सलमान के साथ कभी ईद कभी दिवाली में जब काम का मौका मिला की इन्हे सलमान का भाई बनाना हैं. तो ये मना कर दिए.
बोले हमको ये छोटा मोटा साइड रोल नहीं चाहिए. हम आयुष शर्मा नहीं हैं जो एके हंगल की तरह तुम्हारे साथ बस ये बोलने के लिए खड़े रहे. कौन बसंती. ज़रा मस्जिद तक पंहुचा दें नमाज का वक्त हो गया हैं.
सलमान भी सोच रहा होगा ये मेरी बहन का पति नहीं होता तो अब तक ज़मीन में चार फुट भीतर घुसा देता. लेकिन कहना होगा. सांप के बाद नए साल पर जीजा ने काट लिया हैं.